प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वक्त एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक कर रहे हैं. इस बैठक में तमाम विपक्षी दलों के नेता आए हैं, लेकिन कांग्रेस और टीएमसी बैठक में नहीं आई है. सवाल है कि क्या देश में एक साथ चुनाव की व्यवस्था लागू होनी चाहिए? हम इस पर आज की बहस की शुरुआत करें उससे पहले सेंटर फॉर मीडिया स्टडी की रिपोर्ट के बारे में बता दें. रिपोर्ट के मुताबिक 2019 के चुनाव में करीब 60 हजार करोड़ रुपए खर्च हुए हैं, जो 2014 के चुनाव के मुकाबले दोगुना ज्यादा है. सवाल है कि जब देश का इतना रुपया बचना हो तो क्यों ना हम एक देश एक चुनाव की ओर बढ़ें? इसीलिए आज की बहस है का मुद्दा है कि क्या एक देश एक चुनाव से देश को रफ्तार मिलेगी?
Prime Minister Narendra Modi is hosting all party meeting on One nation, one election issue. All parties attended this meeting apart of congress and Trinmool congress. But the question is, One nation, one election beneficial for country? As per report of center for media studies, The costliest election of world just concluded in India. So should we go for One nation, one election plan. Today in our show Dangal We will discuss this issue.