अफगानिस्तान में पाकिस्तान के डर्टी गेम की तस्वीरें जैसे-जैसे साफ हो रही हैं, वहां जनता विरोध में खड़ी हो रही है. पंजशीर में पाकिस्तान की दखल के खिलाफ आज काबुल की सड़कों पर जनआक्रोश फूटा. इस विद्रोह को दबाने के लिए तालिबान ने गोलियां चलायी और पत्रकारों और कैमरामैन को गिरफ्तार किया. लेकिन पाकिस्तान और तालिबान के खिलाफ गुस्सा दबा नहीं. तालिबान की सरकार की आड़ में अफगानिस्तान में ISI की सत्ता स्थापित करने की कोशिशों में जुटे पाकिस्तान की करतूतें साफ उजागर हैं. ISI चीफ फैज हामिद बीते कई दिनों से तालिबान के धड़ों के बीच सुलह-समझौतों के नाम पर काबुल में मौजूद हैं. लेकिन अफगानिस्तान में पाकिस्तान की पिट्ठू सरकार बनवाने के चक्कर में उसकी पोल खुल रही है. इसीलिए आज दंगल का सवाल है कि क्या अफगानिस्तान का खलनायक पाकिस्तान है?
The Taliban fired gunshots to disperse an anti-Pakistan rally on Tuesday in Kabul and arrested several Afghan journalists who were covering the demonstration. Videos on social media showed a crowd, comprising of men and women, holding placards with slogans against Pakistan. Today in Dangal, we will discuss about Pakistan's role in Afghanistan crisis.