फ्रांस इन दिनों इस्लामिक कट्टरपंथ के खिलाफ मोर्चा ले रहा है. बीते 15 दिनों में 2 ऐसे आतंकी हमले हुए हैं जिससे दुनिया सन्न है. पहले एक टीचर का गला काट कर हत्या की गई फिर गुरुवार को चर्च में तीन लोगों की हत्या हुई. टीचर ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के तहत इस्लाम के पैगंबर का कैरिकेचर दिखाया था तभी से सारा बवाल शुरू हुआ. लेकिन भारत में कुछ लोगों और संगठनों की ओर से फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के खिलाफ विरोध और फ्रांस के बायकॉट के सुर सुनाई पड़े हैं. इसीलिए आज दंगल में आज कुछ सीधे सवाल हम उठाएंगे. हम पूछेंगे कि आतंक तो आतंक है तो मजहब क्यों आया? फ्रांस में फसाद तो भारत में क्यों आग?