बंगाल की खाड़ी से उठा यास तूफान ओडिशा और बंगाल के तटीय इलाकों में तबाही मचाने के साथ-साथ तेजी से झारखंड और बिहार की ओर बढ़ रहा है. एक ओर इस तूफान को लेकर जहां राहत और बचाव के काम युद्धस्तर पर जारी हैं, वहीं एक बार फिर यास तूफान को लेकर बंगाल में सियासी तनातनी हो सकती है. वैसे तो अभी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार यास तूफान पर बंगाल में हुई तबाही पर समीक्षा बैठकों में व्यस्त हैं, लेकिन उनके साथ ही राज्य के राज्यपाल जगदीप धनखड़ की भी सक्रियता यास को लेकर देखी जा रही है. बंगाल सरकार के सचिवालय में मुख्यमंत्री के साथ राज्यपाल धनखड़ मौजूद थे. ममता ने अपने शुरुआती आकलन में ही कह दिया है कि बंगाल में यास तूफान 1 लाख लोगों को प्रभावित कर चुका है और 3 लाख घरों को क्षतिग्रस्त कर चुका है. ऐसे में उनकी उम्मीद होगी कि केंद्र बंगाल की ज्यादा से ज्यादा मदद करे. लेकिन 2 दिनों पहले जब गृह मंत्री अमित शाह के साथ ममता ने बैठक की थी तब उन्होंने ओडिशा और आंध्र के मुकाबले बंगाल को एडवांस के तौर पर घोषित कम आर्थिक मदद पर सवाल उठाया था.