उत्तर प्रदेश में खनन माफिया अवैध खनन के कारोबार के जरिए करोड़ो नहीं अरबों की संपत्ति बना रहे है. मध्यप्रदेश के बॉर्डर सोनभद्र से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक अवैध खनन का ये कारोबार राजनेताओं, पुलिस और नौकरशाही की गठजोड़ की वजह से फलफूल रहा है. सरकार चाहे मायावती की हो या अखिलेश यादव की बालू के इस धंधे में पैसे का तेल ही तेल है और जो अधिकारी इस धंधे के खुद को दूर रखना चाहता है. उसे दुर्गाशक्ति नागपाल की तरह मेन स्ट्रीम से किनारे कर दिया जाता है.