शपथ लेने के 15 दिनों बाद 4 अप्रैल को योगी सरकार की पहली कैबिनेट होगी और जो सवाल योगी के सीएम बनने पर उठे थे, उन सवालों का जवाब बैठक में कितना मिल पाता है, इस पर हर किसी की नजर होगी. महंत योगी आदित्यनाथ के मन में चाहे राम मंदिर हो, लेकिन सीएम के एंजेडे में मंदिर नहीं बल्कि बूचड़खाने को बंद कराना, रोमियोगिरी पर नकेल कसना, कानून व्यवस्था ठीक करना, बिजली सप्लाई में सुधार लाना, किसान को कर्ज से राहत देना, बुंदेलखंड के लोगों के दर्द पर मरहम लगाना, शिक्षा की हालत ठीक करना और हेल्थ सर्विस पटरी पर लाना है.