बनारस हिंदू बनारस विश्वविद्यालय में आंदोलन के लिए उतरीं छात्राओं ने आखिरकार ये बता दिया है कि अब वे छेड़खानी बर्दाश्त नहीं करेंगी और ना ही मनचलों के डर से खुद को चारदीवारी में कैद करेंगी. बीएचयू के सौ बरस के इतिहास में संयोग से सौवें बरस ही लड़कियों ने संघर्ष कर जतला दिया है कि उड़ान हर किसी के लिए जरूरी है और यूनिवर्सिटी को पिंजरा नहीं बनाया जा सकता.