नोटबंदी के बाद से कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. ये ऐसे लोग हैं जो ना तो शहीद है और ना ही देश इन्हें श्रंदाजलि देने के लिये दो मिनट का मौन भी रखेगा. क्योंकि इनकी मौत का कोई जिम्मेदार भी इस देश में नहीं है. इस फेरहिस्त में बुजुर्ग भी हैं और महिला भी. देखिए इसी मुद्दे पर 10 तक.