केजरीवाल भी अब उसी कतार में जा खड़े हुए. जो देश के पारंपरिक नेताओं की सियासत की लकीर थी. तो क्या सत्ता सियासत सरकारों के खत्म होते जन सरोकार का ही असर है कि लोगों का गुस्सा बार-बार सड़क पर आंदलनों की शक्ल में उभरता है. देखें आज का 10 तक.