तो क्या मोदी मान चुके है कि राम मंदिर का छौंक विकास के नारे में लगाना जरूरी है और 1989 के बाद पहली बार बीजेपी के चुनावी घोषणापत्र के आखरी पन्ने में सिर्फ एक लाइन में अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा कोर्ट के फैसले के अनुकूल कहकर निपटा दिया गया.