पहली तस्वीर सरकार के माथे पर शिकन है. कश्मीर में बीते चार दिनों में जो कुछ हो रहा है....और इन तस्वीरों के साथ-साथ मनरेगा, स्किल इंडिया, किसान, शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य सेवा और आतंक के मुद्दे पर चर्चा होगी. ये नजारा उस जनसैलाब का हो, जो जम्मू-कश्मीर में शहीदों की अंतिम यात्रा में उमड पड़ा. सुजवां कैंप पर हुए आत्मघाती हमले में शहीद हुए जवानों के जनाजे में हजारों की तादाद में औरतें थीं, बच्चे थे, नौजवान थे, बुजुर्ग थे. और इस नजारे ने संकेत दिए कि शायद सरकार अब पाकिस्तान की जमीन से होने वाले आंतकी हमलों को युद्ध मान लें...और ये सवाल कल त्रिपुरा में पत्रकारों ने बीजेपी अध्यक्ष से पूछा तो जवाब कुछ यूं आया. देखिए 10 तक......