दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन इलाके में चल रहे मरकज में जमा कोई दो हजार लोग कोरोना से जंग में नासूर बन गए हैं. लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के तमाम निर्देशों के बावजूद कई 16 देशों और 19 राज्यों से आए हुए हजारों लोग यहां 12 मार्च से ही जमा थे. उनमें से 24 में कोरोना का संक्रमण था और डेढ़ हजार लोगों में इसके प्रारंभिक लक्षण पाए गए हैं. 90 साल की एक शानदार परंपरा के इतिहास की बुनियाद पर खड़ा एक मरकज कुछ लोगों की घनघोर अतार्किक, आपराधिक और असह्य आध्यात्मिक चेतना के कारण पूरे संसार में बदनाम हो चुका है. 10तक में देखें कहां-कहां से आए थे मरकज में लोग.