क्या कोई सरकार इतनी लापरवाह हो सकती है कि वो अपने सूबे के 1 करोड़ 54 लाख बच्चों के अधिकार की तरफ से आंख मूंद ले? सोचिएगा, क्योंकि उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से सरकार स्कूली बच्चों से किया हुआ वादा पूरा करने में नाकाम रही है. 31 जुलाई की मियाद गुजर चुकी है लेकिन अभी तक सभी बच्चों को न तो किताबें मिली हैं और ना ही जूते और मोजे. देखें- 'दस्तक' का ये पूरा वीडियो.