जरा जरा सी बातों पर आसमान सिर पर उठा लेने वाले सियासतदान आज गिनती कर रहे हैं कि आंखों में पानी किस नंबर पर आएगा. चेहरे पर शर्म किस आंकड़े तक झलकेगी और रहम वाला करम कौन से नए रिकॉर्ड तक मुंह ताकता रहेगा. कोटा के अस्पताल में एक एक कर दम तोड़ रहे बच्चों की अब तक 104 मासूम अपनी माओँ की गोद में ही खामोश हो चुके हैं, लेकिन जनता ने जिन्हें वोट देकर अपना रहनुमा बनाया था उनके पास इन 104 मौतों पर बेशर्म बोलों के अलावा कुछ नहीं है. देखें 10तक.