भ्रष्टाचार के सवाल पर अन्ना ने आंदोलन छेड़ा तो आम लोगों का उन्हें जबर्दस्त समर्थन मिला. सरकार और कांग्रेस ने अन्ना पर अनाप-शनाप टिप्पणी करके उन्हें पब्लिक का हीरो बना दिया, लेकिन जब बारी टीम अन्ना की आई तो उनका भी अपने जुबान पर कंट्रोल नहीं रहा. इसके अलावा कई और विवादों ने भी अन्ना के आंदोलन को मुश्किल में डाला.