अन्ना का सरकार पर दबाव है कि मजबूत लोकपाल बिल संसद के इसी सत्र में पास करवाओ. सरकार ने ऐसा करने के लिए भारी उठा पटक कर बिल संसद मे रख दिया. बिल जैसे ही संसद में पहुंचा और ड्राफ्ट लोगों के सामने आया. सरकार की बिल को लेकर सोच और रणनीति सामने आ गयी. विपक्ष, अन्ना सभी ऐसे जाल में फंस गए कि पूछो मत. अब बिल के प्रावधानों का विरोध करें तो बिल पास नहीं हो सकता और अगर बिल पास करवाना है तो सरकार के लोकपाल बिल को मंजूरी दो जिसे अन्ना और विपक्ष कमजोर बता रहा है.