काहिरा में सत्ता तो बदली लेकिन इसकी किस्मत अब तक नहीं बदली है. काहिरा का तहरीर स्क्वेयर एक बार फिर खूनी संघर्ष का गवाह बना है. सिविल सरकार की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर फौज ने बर्बर कार्रवाई की है. हालांकि फौजी सरकार ने इसे मिस्र के खिलाफ साजिश करार दिया है.