देश की सत्ताधारी पार्टी अगला लोकसभा चुनाव कैसे लड़ेगी ये राहुल गांधी को तय करना है. सवाल है कि क्या राहुल इस जिम्मेदारी के लिए तैयार हैं या फिर मजबूरी में ये फैसला करना पड़ा है. और अगर ये मजबूरी है तो किसकी मजबूरी है कांग्रेस की या खुद राहुल की?