जिस सिटीजन चार्टर का जिक्र अबतक सबसे ज्यादा टीम अन्ना के मुंह से सुना गया था, अब वो सरकार की जुबान पर भी आ गया. इसे अन्ना को क्रेडिट ना देने की हड़बड़ी कहा जाए या फिर पब्लिक में इमेज चमकाने की कोशिश. सरकार उसी कानून पर अपनी पीठ ठोकती दिखी, जिसकी मांग अन्ना पहले ही कर चुके हैं.