पाकिस्तान पर भारत बराक ओबामा की जुबान से जो सुनना चाहता था, संसद में अमेरिकी राष्ट्रपति ने वो कहा तो जरूर, लेकिन भारत जितना सुनना चाहता था, उतना नहीं कहा. बड़े कूटनीतिक अंदाज में उन्होंने पाकिस्तान से आतंक के पनाहगाह को बंद करने को भी कहा और आतंकवाद के खिलाफ जंग में पाकिस्तान की जरूरत भी बता दी.