सात साल पहले मनमोहन सिंह ने जब पहली बार प्रधानमंत्री का पद संभाला था, तब से अब तक पेट्रोल की कीमतों में 100 प्रतिशत का इजाफा हो चुका है. महंगाई सर चढ़कर बोल रही है और अब तो पेट्रोल के दाम भी आधी रात से बढ़ने वाले हैं. लेकिन सरकार महंगाई काबू करने में हर मोर्चे पर पिटती नज़र आ रही है. तभी तो इस हफ्ते खाद्य महंगाई दर 12 फिसदी के पार जा चुकी है. लेकिन इस बार भी सरकार सिर्फ वादे और महंगाई पर चिंता जता रही है. यानी नतीजा ढ़ाक के तीन पात. ऐसे में जनता पूछती है कि बार बार क्यों झूठे वादे.