राष्ट्रपति चुनाव की तारीख जुलाई में है, पर इस पद पर कौन बैठेगा इसे लेकर राजनीति पूरे जोरों पर है. दिल्ली में बैठे सत्ता पक्ष के दूत चेन्नई, कोलकाता, लखनऊ के दौरे लगा रहे हैं. ताकि क्षेत्रीय दलों की सहमति से एक प्रत्याशी का नाम तय कर उसे मैदान में उतारा जाए. सर्वसहमति से एक नाम तय होने की उम्मीदें न के बराबर हैं. बीजेपी ने साफ कह दिया है कि कांग्रेस का प्रत्याशी या यूपीए का फार्मूला उन्हें मंजूर नहीं है.