कराची पर हमला सिर्फ तालिबान आतंकी के नापाक मंसूबों का अंजाम नहीं है. ये संकेत है उस खतरे का जो आनेवाले दिनों में पूरी दुनिया पर मंडरा सकता है. सवाल ये है कि क्या तालिबान आज की तारीख में पूरे पाकिस्तान पर कब्जा किए बैठा है और पाक के एटम बम भी नापाक मंसूबों के शिकार हो रहे हैं.