अमन का डॉक्टर बनकर बीमार लोगों को जिंदगी देने का ख्वाब पूरा नहीं हो सका. ये दर्दभरी कहानी है 19 साल के छात्र अमन काचरू की, जो रैगिंग के नाम पर सीनियर्स की दरिंदगी का शिकार हो गया.