जिस शख्स पर पूरे देश को नाज हो, जिसने देश के लिए ढेरों मेडल जीते हों उसकी नागरिकता पर सरकार सवाल उठाए तो आप क्या कहेंगे. ऐसा हुआ है विश्वनाथन आनंद के साथ. उन्हें डॉक्टरेट की डिग्री सिर्फ इसलिए नहीं मिल पाई क्योंकि मंत्रालय को उनकी नागरिकता पर शक हो रहा था.