भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का ऐतिहासिक दिन. काफी जद्दोजहद के बाद महिला आरक्षण बिल का चौदह साल का वनवास खत्म हुआ. राज्यसभा में महिला आरक्षण का संविधान संशोधक विधेय़क पास हो गया है. समर्थन में 186 वोट पड़े, जबकि विरोध में सिर्फ एक वोट.