फिर से खुदा बनाएगा कोई नया जहां, दुनिया को यों मिटाएगी 21वीं सदी. देवभूमि उत्तराखंड गंगा की उद्गम स्थल है. यमुना भी यहीं से निकली है. देश में बिजली भी यहीं से पहुंचती है और मैदानी भूमि में पानी की आपूर्ति यहीं से निकली नदियों से होती है. लेकिन आज की तारीख में अगर कोई त्रासदी दिखती है, उस त्रासदी की गलतियों की बात होती है तो वे गलतियां केवल आज की नहीं हैं. आपदा का आना, भूकंप का आना, कभी ग्लेशियर का टूटना तो कभी धरती का कांप जाना, क्या इंसानों के लिए आपदा का अलार्म नहीं है? आखिर क्या संदेश जाना चाहती है प्रकृति, देखें खास दस्तक, श्वेता सिंह के साथ.