केंद्रीय मंत्री अर्जुन सिंह पहुंचे थे माधवराव सिंधिया की याद में लिखी गई किताब के विमोचन समारोह में, लेकिन उन्हें अपने पुराने साथी की इतनी याद आई कि अर्जुन सिंह खुद को रोक नहीं पाए.