दिल्ली में 16 दिसंबर की रात चलती बस में 6 दरिंदों की हैवानियत का शिकार हुई लड़की के हौसले को दुनिया सलाम कर रही है, लेकिन संत आसाराम बापू को लगता है कि गलती उस लड़की की भी थी... क्योंकि उसने ना तो गुरु से दीक्षा ली थी और ना ही दरिंदों के आगे अबला होने की दुहाई दी... आसाराम बापू के इस बयान पर पूरा देश अफसोस जता रहा है कि आखिर ये कैसी संत वाणी है.