कोयला घोटाले को लेकर हंगामा है, बवाल है, और अब खामोशी की वकालत और मोटा माल के आरोप भी हैं. सरकार और विपक्ष में ठनी है. कांग्रेस और बीजेपी में टकराव है. प्रधानमंत्री ने कोयला घोटाले पर अपना बयान संसद में रख दिया, सरकार बार बार बहस कराने पर जो दे रही है. लेकिन बीजेपी है कि मानती नहीं. इस किचकिच में घाटा हमारा और आपका ही हो रहा है.