जब पूरा देश नए साल का जश्न मना रहा था, तो हमारे रक्षक ये निर्धारित कर रहे थे कि हम सुरक्षित रहें. 31 दिसंबर की सुबह एक पाकिस्तानी नाव की गतिविधियां देखकर उनका माथा ठनका. उसकी घेराबंदी हुई और फिर इस संदिग्ध नाव में मौजूद लोगों ने अपनी बत्तियां बुझाईं और धमाका करके खुद को आग लगा ली.