महंगाई के खिलाफ देश भर में बंद बुलाया गया था. लेकिन, अब इसे आम लोगों की बदकिस्मती कहें या सियासत के पैंतरे. जिस आम आदमी के लिए ये बंद बुलाया गया था, वही आम आदमी इस हड़ताल में पिसता रहा.