आज 10तक में बात करेंगे प्रवासी मजदूरों की जिन्होंने पिछले साल लॉकडाउन के बाद तमाम दिक्कतें झेलीं. जिस मुंबई में आज 9200 कोरोना के नए मामले सामने आए हैं. वहां से ट्रेन की खचाखच भरी बोगियों में सफर करके ये मजदूर एक बार फिर अपने घर को लौट रहे हैं. यूपी-बिहार जाने वाली ट्रेनों के डिब्बों में पैर रखने की जगह नहीं है. बोगी के अंदर लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरे जा रहे हैं. जबकि वो जानते हैं कि घर पहुंचने से पहले इनके शरीर में कोरोना पहुंच सकता है. अजीब विडंबना है कि जिस डर से ये लोग अपने घर लौट रहे हैं वो इनके साथ ही जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग इन ट्रेनों में असंभव है. लेकिन लॉकडाउन लगने का डर ऐसा है कि लोग हर खतरा मोल लेने को तैयार हैं.