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Corona के सामने बेबस हेल्थ केयर सिस्टम! कोरोना को क्यों नहीं समझ पाया सिस्टम? देखें दस्तक

Corona के सामने बेबस हेल्थ केयर सिस्टम! कोरोना को क्यों नहीं समझ पाया सिस्टम? देखें दस्तक

क्या देश में कोरोना आउट ऑफ कंट्रोल हो गया है? क्या अब सरकारों के हाथ से मामला निकल गया है? ये सवाल इसलिए क्योंकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कबूला कि उनके यहां अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं की किल्लत हो गई है. इसीलिए कोरोना से जनता को बचाने के लिए अगले 15 दिन जरूरी सेवाएं छोड़कर सभी दफ्तर बंद रहेंगे. लोग बिना काम घर से बाहर नहीं निकल सकेंगे. यानी महाराष्ट्र तकरीबन एक साल पहले जैसे हालात में पहुंच जाएगा, जिसके बाद दस्तक देकर सवाल पूछना जरूरी हो जाता है कि कोरोना के खिलाफ सरकारों ने क्या कोई तैयारी नहीं की. पिछले साल जनवरी में कोरोना का पहला केस सामने आया. तब से अब तक सभी ने कोरोना से खुद को बचाने के लिए अपने शरीर की इम्युनिटी को मजबूत करने की कोशिश की है. लेकिन सरकारों ने क्या किया? सभी सरकारों से अहम सवाल ये है कि वे कब तक कोरोना के नाम पर जनता पर पाबंदियां लादते रहेंगे? वहीं सवाल ये भी कि अगर मास्क न पहनने पर जनता पर कार्रवाई हो सकती है तो कोरोना के खतरे को बढ़ाने वाली रैलियों को छूट क्यों? देखें दस्तक, रोहित सरदाना के साथ.

The covid-19 crisis in India seems to become out of control. Government has no proper management for the record-breaking Covid surge. Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray himself admitted today that there is a shortage of oxygen, beds, and medicines. Seeing no hope, Maharashtra CM Uddhav Thackeray has announced a strict Janta curfew in the state till 7 am on May 1. Now the question arises that why the government is failed to manage the Covid crisis even after a year into a pandemic. Why the government has not taken appropriate action to enhance medical facilities. Watch this episode of Dastak.

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