थैंक यू जेएनयू. यूं तो कश्मीर के आजादी के नारों के बीच बीते 26 बरस में कभी ऐसा मौका नहीं आया जब घाटी ने दिल्ली के किसी संस्थान को थैंक्यू कहा हो. इस थैंक्यू के साथ ही यह सवाल वाकई बड़ा हो गया अगर दिल्ली में कश्मीर को लेकर लगते नारे राजद्रोह हैं तो घाटी में लगते वही नारे देशद्रोह के दायरे में क्यों नहीं आते.