समय के हिसाब से सियासत बदलती है और उस सियासत के हिसाब से नायक भी बदले जाते हैं. ऐसा लगता है जैसे आज बाबासाहब भीमराव अंबेडकर देश की राजनीति में सभी पार्टियों की जरूरत बन गए हैं.