स्टार्टअप इंडिया खूब जोर-शोर से शुरू हुआ लेकिन धरातल पर स्थिति अभी भी मुश्किल है. रेवा बाई ने भी बैंक से लोन मांगा लेकिन बहुत भटकने के बाद भी उन्हें लोन नहीं मिला. इसके बाद रेवा बाई ने खुद का एक बैंक ही बना लिया. इसमें जुड़ गए सतपुड़ा के जंगलों में बसे कई आदिवासी गांव.