सोमवार को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर आतंकियों ने हमला कर दिया. हमले में 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. इस हमले ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ये हमला उस स्थिति में हुआ जब यात्रा के लिए सुरक्षाबलों की संख्या पिछले साल से बढ़ाकर लगभग दोगुनी की गई थी. बाइक पर आए दो आतंकियों ने ही इस हमले को अंजाम दिया.अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी. यात्रा शुरू होने से पहले ही हमले का खुफिया अलर्ट जारी किया गया था. जिसके बाद अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा और पुख्ता की गई थी. लेकिन आतंकियों के इस हमले ने बीजेपी और पीडीपी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के दावों की पोल खोल कर रख दी है. खुफिया एजेंसियों की ओर से अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनाकर हमले का इनपुट पहले से था, लेकिन सरकार के तमाम दावे फेल साबित हुए हैं.