देश एक, धर्म अनेक. लेकिन क्या इन अलग-अलग धर्मों के लिए कानून भी अलग-अलग होना चाहिए या फिर सभी के लिए एक सा कानून मान्य होना चाहिए? क्या यूनिफॉर्म सिविल कोड की चर्चा चुनावी शिगूफा भर है? क्या सरकार सियासी फायदे के लिए इसका इस्तेमाल कर रही है? पेश है रिपोर्ट.