पहली बार शुक्रवार यानी 20 नवंबर को एक ऐसी राजनीतिक ताकत दिखाने की कोशिश पटना के गांधी मैदान से होगी जिसकी निगाहों में दिल्ली का तख्त होगा तो निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होगें. एक तरफ बीजेपी की बिहार में चुनावी हार है तो दूसरी तरफ नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण में बीजेपी के सहयोगी दलो की शिरकत भी होगी.