नोटबंदी के खिलाफ देश के विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें संसद को डरा नहीं सकीं. नेताओं के ऐश में खलल नहीं डाल सकीं. कानूनी व्यवस्था तक में 80 करोड़ नागरिकों के लिए कोई जगह नहीं है. शिक्षा-स्वास्थ्य, बिजली और पानी कन्ज्यूमर के लिए हैं लेकिन 80 करोड़ नागरिकों के लिए कुछ नहीं है.