देश की राजधानी दिल्ली के थप्पड़ कांड ने देश को हिला दिया है. ऐसा थप्पड़ जो देर तक आपके दिलोदिमाग में गूंजता रहेगा, आपको चुभता रहेगा. एक बेटे ने अपनी 76 साल की बुज़ुर्ग मां को, इतनी ताकत से थप्पड़ मारा कि उसके प्राण निकल गए और उसका शरीर किसी पुराने जर्जर मकान की तरह ढह गया. मां, जननी होती है. उसका दर्जा सबसे बड़ा होता है. जरा सोचिए ये मां इस जानलेवा वार पर एक पल का आश्चर्य भी जाहिर न कर सकी. नहीं कह सकी कि बेटा मुझ पर हाथ उठाने की हिम्मत तुझमें कहां से आई. वो मां अपने सवालों के साथ ही इस दुनिया से चली गई. लेकिन मातृदेवो भव:, पितृदेवो भव: की परंपरा वाले भारत के लिए कई सवाल छोड़ गई. वहीं इसी महीने मुख्यमंत्री की कुर्सी पाने वाले तीरथ सिंह रावत ने कहा है- महिलाओं को फटी हुई जीन्स यानी Ripped jeans में देखकर हैरानी होती है. तीरथ सिंह रावत पूछते हैं कि फटी हुई जींस पहनने वाली महिलाएं अपने बच्चों को क्या संस्कार देती होंगी? तो सवाल उठता है कि अब तक जिस तरह के फरमान और सोच लड़कियों के पहनावे को लेकर खाप पंचायतों की रही, क्या खाप पंचायत जैसे ही सरकार-मुख्यमंत्री सोचने लगे? देखें दस्तक, रोहित सरदाना के साथ.