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Gyanvapi Case: अयोध्या के बाद अदालत में काशी-मथुरा, देखें दस्तक

Gyanvapi Case: अयोध्या के बाद अदालत में काशी-मथुरा, देखें दस्तक

1990 मे नारा लगता था, रामजन्म भूमि तो झांकी है, काशी मथुरा बाकी है. आंदोलन के 29 साल बाद 2019 में अयोध्या का फैसला आया. अब तीन साल बाद काशी और मथुरा की कानूनी लड़ाई शुरू हो चुकी है. स्वास्तिक, त्रिशूल, डमरू, कमल, शिवलिंग ये सारे शब्द उस सर्वे रिपोर्ट में हैं, जो कोर्ट की तरफ से नियुक्त दो कमिश्नर ने ज्ञानवापी मस्जिद के भीतर देखने के बाद लिखे हैं. मस्जिद के गेट के पास अगर डमरू के चिन्ह हैं तो क्यों हैं? मस्जिद के गुंबद के नीचे खंभे में स्वास्तिक का चिन्ह कैसे है? इतिहास का सच वर्तमान में सब जानना चाहते हैं. अयोध्या के बाद अब काशी से मथुरा तक. इस पर देखें दस्तक.

The top focus of this episode of Dastak is on the Gyanvapi mosque row. Special court commissioner Vishal Singh in the Gyanvapi Masjid survey said that broken idols of Sheshnag and other deities, motifs of trishul and damru were found at the mosque.

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