हाथरस में 19 साल की एक दलित लड़की से गैंगरेप के बाद हत्या हुई और उस लड़की के बेजान शरीर से यूपी पुलिस और प्रशासन इस कदर डर गया कि अंतिम संस्कार भी रात के अंधेरे में कर दिया. वो भी बगैर परिवार वालों के. आखिर क्यों एक बेटी का अंतिम संस्कार तक भी घर वालों की मर्जी से नहीं हो सका. ये सुनकर आप के रोंगटे खड़े हो जाएंगे कि हिंदुस्तान में हर रोज दस दलित बेटियों से बलात्कार होता है. इस देश में बलात्कार की जितनी घटनाएं होती हैं, उनमें हर ग्यारहवां बलात्कार पीड़िता किसी दलित की बेटी होती है. मैं हाथरस के उस गांव में हूं जहां एक दलित लड़की को बेमौत मार डाला गया. सवाल है कि इसको भी इंसाफ मिलेगा या आगे भी ऐसी ही घटनाएं दोहराई जाएंगी जैसा पहले कई बार हो चुका है. देखिए दस्तक, चित्रा त्रिपाठी के साथ.