हैदराबाद में खुफिया एजेंसियां अब तक खाली हाथ ही हैं. आजतक के हाथ एक्सक्लूसिव सबूत लगे हैं कि किस तरह इंडियन मुजाहिदीन का आका यासीन भटकल एक ही मोबाइल नंबर से एक साल तक अपने साथियों से बात करता रहा. वह ब्लास्ट की प्लानिंग करता रहा और सुरक्षा एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं लग पाई.