खुद मियां फजीहत औरों को नसीहत. पाकिस्तान पर ये कहावत बिलकुल फिट बैठती है. पाकिस्तान को बड़ी खुशी होती है कि भारत में किसान केंद्र सरकार ने नाराज हैं लेकिन डर भी है कि कहीं भारत सर्जिकल स्ट्राइक न कर दे. पाकिस्तान, खालिस्तानियों का समर्थन करना है, धार्मिक हिंसा की बात करता है लेकिन खुद के देश में अल्पसंख्यकों की क्या हालत करता है, पूरी दुनिया जानती है. आतंकियों को फंड करने वाले पाकिस्तान को बेनकाब करना जरूरी है. पाकिस्तान सिखों पर जो अत्याचार करता है, उस पर आवाज गुम हो जाती है. महामारी के संकट के बीच पाकिस्तान इकलौता ऐसा मुल्क है, जिसे नागरिकों को बचाने की जगह, आतंकियों को बचाना पसंद है. देखें दस्तक, श्वेता सिंह के साथ.