एक सौ अड़तीस लोगों की मौत और तीन सौ से ज्यादा लापता. एक दिन में ही लेह की तकदीर बदल गई. एक खूबसूरत पहाड़ी रेगिस्तान शमशान वाला शहर बन गया. कहीं से भी देखिए, हर जगह आपको तबाही और बर्बादी का ही मंजर दिखेगा. मलबे के ढेर में दबी हुई जिंदगी। जिस इलाके में भी राहत दल पहुंचता है उसका पहला काम लोगों की तलाश और लाशों की सफाई ही हो जाता है