दिल्ली की सत्ता पर दावेदारी के लिए नरेन्द्र मोदी अश्वमेघ का घोड़ा पहले ही छोड़ चुके हैं, लेकिन गुजरात में जैसे ही हैट्रिक लगी, मोदी समर्थको ने दबंग अंदाज में इस जीत को 2014 चुनावों का ट्रेलर करार दिया. लगातार तीन बार करीब करीब दो तिहाई बहुमत से जीत दर्ज कर ये जता दिया कि मोदी की दिल्ली दौड़ की दावेदारी जमीनी हकीकत है, न कि हवा हवाई. मोदी की वापसी तय होते ही बीजेपी के अंदर से उन्हें एक बार फिर पीएम पद का उम्मीदवार बनाने की मांग शुरु हो गई.ऐसे में ये खयाल आना लाजमी है कि 2014 की चुनावी जंग राहुल बनाम मोदी की जंग तो नहीं होगी?