नरेंद्र मोदी का कहना है कि 2002 के गुजरात दंगों का उन्हें दुख है लेकिन कोई अपराध बोध नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि वह तब इस्तीफा देना चाहते थे लेकिन उनकी पार्टी ने ऐसा नहीं करने दिया. ब्रिटेन के लेखक और टीवी प्रोड्यूसर एंडी मारिनो लिखित हाल में प्रकाशित जीवनी में यह बात कही गई है.