कश्मीर घाटी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली चुनावी रैली 8 दिसंबर को है और रैली को लेकर चार दिन पहले से ही शेरे कश्मीर स्टेडियम के इर्द गिर्द सब कुछ ठहर चुका है. सुरक्षा व्यवस्था का आलम यह है कि बिना पहचान बताये स्टेडियम से आगे जाना हर किसी के लिये मुश्किल हो रहा है. इसकी वजह आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तोएबा के फिदायिन हमले का खतरा होना है.